सेंसेक्स 950 अंक, स्मॉलकैप 4% गिरता है: बाजार में उतार-चढ़ाव
भारतीय शेयर बाजार में आज भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। सेंसेक्स 950 अंक से अधिक गिरकर 61,000 के नीचे बंद हुआ, जबकि निफ्टी 275 अंक नीचे 18,150 के नीचे बंद हुआ। स्मॉलकैप इंडेक्स में 4% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, जिससे छोटे कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली।
बाजार में गिरावट के पीछे के कारण:
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली: विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में भारी बिकवाली की, जिससे बाजार में दबाव बना।
- वृद्धि की चिंताएं: वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी के डर और भारत में आर्थिक विकास की धीमी गति से निवेशकों में चिंता बढ़ी, जिससे बाजार में नकारात्मक मूड बना।
- मुद्रास्फीति: बढ़ती मुद्रास्फीति से उपभोक्ता खर्च पर असर पड़ने की आशंका है, जिससे कंपनियों के मुनाफे पर दबाव पड़ने की आशंका है।
- तकनीकी शेयरों में गिरावट: अमेरिका में प्रमुख तकनीकी शेयरों में गिरावट देखने को मिली, जिसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा।
बाजार में क्या हो रहा है:
- स्मॉलकैप में गिरावट: छोटे कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली, जिससे स्मॉलकैप इंडेक्स में 4% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई।
- बैंकिंग शेयरों में तेजी: बैंकिंग शेयरों में तेजी देखने को मिली, जिससे निफ्टी बैंक इंडेक्स 0.5% से अधिक बढ़ा।
- ऑटो शेयरों में कमजोरी: ऑटो शेयरों में कमजोरी देखने को मिली, जिससे निफ्टी ऑटो इंडेक्स 1% से अधिक गिरा।
- तेल और गैस शेयरों में गिरावट: तेल और गैस शेयरों में गिरावट देखने को मिली, जिससे निफ्टी एनर्जी इंडेक्स 2% से अधिक गिरा।
आगे क्या होगा?
- विश्व बाजारों की दिशा: वैश्विक बाजारों की दिशा का भारतीय शेयर बाजार पर असर पड़ेगा।
- मुद्रास्फीति का असर: मुद्रास्फीति में आने वाली कमी या बढ़ोतरी का शेयर बाजार पर महत्वपूर्ण असर होगा।
- आरबीआई नीति: भारतीय रिज़र्व बैंक की आगामी मौद्रिक नीति का बाजार पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा।
निष्कर्ष:
भारतीय शेयर बाजार में आज भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। वैश्विक अर्थव्यवस्था की चिंताएं, मुद्रास्फीति और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण बाजार में गिरावट आई है। बाजार के आगे के प्रदर्शन पर वैश्विक बाजारों की दिशा, मुद्रास्फीति और आरबीआई नीति का महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा।